लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बाल श्रम (Child Labour) से प्रभावित 20 जिलों में ‘नया सवेरा योजना’ (Naya Savera Yojana) का संचालन किया जा रहा है।
इस योजना (Naya Savera Yojana) के तहत माह मार्च, 2023 तक, चिन्हित जिलों कें 31 ब्लॉक में 16 नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों में कुल 1197 ग्राम पंचायत व शहरी वार्ड आच्छादित हो रहे हैं। इन आच्छादित ग्राम पंचायतों व शहरी वार्डों में अब तक कुल 56806 कामकाजी बच्चों को चिन्हित कर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ते हुए उन्हें विद्यालयों में प्रवेशित कराया गया है।
श्रम विभाग की ओर से मंगलवार को मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष भी लगभग 200 ग्राम पंचायतों, शहरी वार्डों को बाल श्रम मुक्त घोषित किया गया है।
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प्रदेश के बाल श्रम से सर्वाधिक प्रभावित 20 जिलों में कानपुर नगर, आगरा, बरेली, बदायूं, मुरादाबाद, गाजियाबाद, लखनऊ, बाराबंकी, गोण्डा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, मिर्जापुर, सोनभद्र, प्रयागराज, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, बलिया व गोरखपुर में इस योजना (Naya Savera Yoajna) का संचालन किया जा रहा है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य कामकाजी बच्चों को चिन्हित कर उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा में प्रवेशित कराना व विद्यालयों में नियमित कराना है। साथ ही साथ उनके परिवार के सदस्यों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से आच्छादित कर लाभान्वित किया जाना है।