सीएम योगी ने ‘उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना’ का किया शुभारंभ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi)  ने शुक्रवार को यहां विकास के पैमाने पर खरी उतरने वाली 370 उत्कृष्ट ग्राम पंचायतों को मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार के तहत पुरस्कार वितरित किये। उन्होंने इस मौके पर राष्ट्रीय ग्राम स्वराज योजना के तहत 3145 ग्राम पंचायत सचिवों को लैपटाप दिए और उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना का भी शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi)  ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज 370 पंचायतों को पुरस्कृत किया जा रहा है। प्रदेश की सभी लगभग 58 हजार ग्राम पंचायतें इस श्रेणी में आ सकती हैं। उन्होंने अपील की कि वे अपने गांव में योजनाओं को लागू करने के साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत सचिवालय के संचालन से बहुत आसानी हुई है। मातृ भूमि योजना के तहत हर गांव में कन्वेंशन सेंटर स्थापित किये जाएंगे। इस भवन में गांव के लोग अपने-अपने कार्यक्रम कर सकते हैं। इस योजना से गांव का कोई भी व्यक्ति जुड़ कर सहयोग कर सकता है। जो लोग बाहर चले गए हैं, उनके लिए अपनी मातृ भूमि के लिए कुछ करने का भी अवसर है।

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मुख्यमंत्री (CM Yogi)  ने अधिकारियों से कहा कि पूरे प्रदेश में इस योजना को ठीक से लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि आज पंचायतों के पास पैसे की कमी नहीं है। केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से पैसा दिया जा रहा है। ग्राम प्रधानों से कहा कि पद महत्वपूर्ण नहीं होता है व्यक्ति का कर्म उसे सम्मान दिलाता है।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की हर ग्राम पंचायत आदर्श पंचायत बन सकती है। विचार कीजिए। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) के नेतृत्व में बिना भेद के शौचालय, आवास, गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन और पांच लाख रुपये का आयुष्मान कार्ड जैसी सेवाओं से उन्हें जोड़ा गया। उन्होंने विश्व योग दिवस के अवसर पर गांवों के सरोवर पर सामूहिक रूप से योगाभ्यास करने की अपील की। गरीब कल्याण की योजनाएं गरीबों तक पहुंचनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने गांव की जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराने की बात भी कही।

संसदीय कार्य एवं वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देता हूं कि उन्होंने पिछले छह वर्षों में परसेप्शन बदला है। यह आसान नहीं था। आज उप्र एक मॉडल के रूप में उभर रहा है। हर क्षेत्र में उप्र एक कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। आज पंचायतों में खूबसूरत पंचायत भवन, पीने के लिए पानी, बिजली, शौचालय और सड़क जैसी तमाम योजनाएं हैं। मातृभूमि योजना बहुत अच्छी योजना है।

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इस मौके पर राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह समेत अन्य महत्वपूर्ण लोग मौजूद रहे।

पहला स्थान हासिल करने वाली पंचायतों को मिला 11 लाख

विकास के पैमाने पर खरी उतरने वाली 370 उत्कृष्ट ग्राम पंचायतों मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार के तहत पुरस्कार वितरित किया गया है। इस योजना के तहत हर जिले से पांच-पांच पंचायतें चयनित की गयी हैं। इसमें प्रथम आने वाली पंचायतों को 11 लाख रुपये पुरस्कार राशि दी गयी। द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली पंचायतों को नौ लाख रुपये, तृतीय स्थान हासिल करने वाली पंचायतों को छह लाख रुपये, चतुर्थ स्थान वाली पंचायतों को चार लाख और पांचवा स्थान हासिल करने वाली पंचायतों को दो-दो लाख रुपये पुरस्कार राशि दी गयी है। यह पुरस्कार उन्हें ग्राम पंचायतों को स्वच्छता, सरकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए दिया गया है।

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