G-20 के मेहमानों ने गंगा में किया नौकायन, देखी गंगा आरती

G-20

वाराणसी। धर्म नगरी काशी में G-20 की तीन दिवसीय एग्रीकल्चर वर्किंग ग्रुप की 100वीं बैठक में भाग लेने आए विदेशी मेहमानों ने सोमवार शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी पूरे उत्साह से भागीदारी की। पहले दिन की बैठक के बाद मेहमान कड़ी सुरक्षा के बीच नमोघाट पर पहुंचे। यहां उनका स्वागत कलाकारों ने कहरवा व बमरसिया लोकनृत्य से किया।

कलाकारों की दमदार और आकर्षक प्रस्तुति देख विदेशी मेहमान अपने को रोक नहीं पाए। भाषा की दीवारों को दरकिनार कर पूरे मस्ती और उत्साह के बीच कलाकारों के साथ नृत्य में भागीदारी कर जमकर थिरके। लोकनृत्य में भागीदारी के बाद दल ने क्रूज पर सवार होकर गंगा नदी के आध्यात्मिक और नैसर्गिक सौंदर्य के साथ अर्धचंद्राकार घाटों के वैभव को निहारा। उत्तर वाहिनी गंगा के घाटों के किनारे स्थित प्राचीन इमारतों के बारे में भी उत्साह से जानकारी ली। दल ने क्रूज पर सवार होकर दशाश्वमेधघाट पर गंगा सेवा निधि की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती भी देखी। गंगा आरती देखने के बाद दल क्रूज से ही वापस नमो घाट आएगा। यहां से होटल लौटने के बाद रात्रि भोजन के समय अतिथि बांसुरी व सितार वादन की मधुर धुन भी सुन सकेंगे।

 क्रूज पर  जी—20 के मेहमान: फोटो बच्चा गुप्ता

उल्लेखनीय है कि G-20 की बैठक को देखते हुए योगी सरकार ने काशी के गंगा घाटों को खूबसूरत बनाने के लिए इमारतों को स्टोन व सीढ़ियों के रंग में रंगवाया है। घाटों पर कुछ जगह पर अलग-अलग थीम पर चित्रकारी कराई है। घाटों पर फसाड लाइट से घाटों की सुंदरता और निखर गई है। सरकार की पूरी कोशिश है कि G-20 के मेहमान अपने जेहन में इतिहास से भी प्राचीन शहर काशी की हर रंग की तस्वीर अपने साथ लेकर जाएं।

इससे पहले बैठक का उद्घाटन केन्द्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी.के. सिंह ने किया। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि मोटे अनाज को मुख्यधारा का हिस्सा बनाने के लिए मिलेट्स G-20 की बैठकों का अभिन्न अंग बना है। विदेशी प्रतिनिधिमंडलों को न केवल मिलेट्स के स्वाद से परिचित कराया जा रहा है, बल्कि किसानों से उनकी भेंट भी कराई जा रही और वे स्टार्ट-अप्स के साथ संवाद भी करेंगे। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मिलेट्स 130 देशों में उत्पादन होता है। यह भारत का मूल उत्पाद रहा है। दुनिया में भारत मिलेट्स उत्पादन का एक हब बने, इसके लिए जी-20 देशों के समक्ष ‘महर्षि’ का प्रस्ताव आया है। इसके बाद वैश्विक मंच पर भारत ‘अन्न श्री’ देश बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष पूरे विश्व में मनाया जा रहा है।

वाराणसी में शुरू हुई G-20 की 100वीं बैठक

उल्लेखनीय है कि G-20 की बैठक में भाग लेने के लिए अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका से कृषि विशेषज्ञ और वैज्ञानिक आए हुए है।

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