विकास के ‘एक्सप्रेसवे’ पर बुंदेलखंड

Bundelkhand

झांसी। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Government) के छह साल के कार्यकाल में बुंदेलखंड (Bundelkhand) क्षेत्र में विकास के कई महत्वपूर्ण कार्य शुरू हुए और कई महत्वपूर्ण कार्य पूरे हुए। झांसी, ललितपुर, जालौन, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर और महोबा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नियमित दौरे और सभी जिलों को केंद्रित करते हुए विकास योजनाओं की सौगात से विकास के कई मानकों पर बड़े पैमाने पर बदलाव देखने को मिले हैं। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे, डिफेन्स कॉरिडोर, हर घर नल से जल जैसी बड़ी परियोजनाओं के अलावा स्वास्थ्य, पर्यटन और कृषि सहित अन्य क्षेत्रों में सरकार की परियोजनाओं ने यहां के आम लोगों पर ध्यान केंद्रित किया है।

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) से बदली तस्वीर

योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में बुंदेलखंड में जिन बड़ी परियोजनाओं पर काम हुआ, उनमें से एक महत्वपूर्ण परियोजना बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे है। वर्ष 2022 में जुलाई में बुंदेलखंड के पहले एक्सप्रेसवे का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। यह एक्सप्रेस-वे चित्रकूट से शुरू होकर बांदा, हमीरपुर और जालौन होते हुए आखिर में इटावा में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से जुड़ता है। इस एक्सप्रेस-वे के माध्यम से बुंदेलखंड को दिल्ली से जोड़ने का काम हुआ। अभी पिछले दिनों उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में झांसी लिंक एक्सप्रेस-वे और चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे की नई परियोजनाओं के प्रारंभिक चरण के लिए 235 करोड़ रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित की है।

चित्रकूट और झांसी में डिफेन्स कॉरिडोर

डिफेन्स कॉरिडोर के दो महत्वपूर्ण नोड बुंदेलखंड में तैयार हो रहे हैं। झांसी और चित्रकूट में डिफेन्स कॉरिडोर के लिए अधिग्रहित क्षेत्र में सुविधाओं के विस्तार का काम किया जा रहा है। झांसी के गरौठा तहसील में बन रहे डिफेन्स कॉरिडोर के लिए भारत डायनामिक्स लिमिटेड की यूनिट की स्थापना के लिए 19 नवंबर 2021 को पीएम मोदी शिलान्यास कर चुके हैं। इसके अलावा भी कई अन्य यूनिट की स्थापना को लेकर कंपनियों की ओर से निवेश के प्रस्ताव सरकार के सामने आये हैं।

जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन की तारीफ

जल जीवन मिशन के तहत झांसी के 640 गांव, ललितपुर के 551, जालौन के 860, चित्रकूट के 450, हमीरपुर के 342, महोबा के 402 और बांदा के 634 गांव में हर घर नल से पानी पहुंचाने की योजना का काम अंतिम दौर में है और बहुत सारे गांव में पानी पहुंचाने का काम शुरू भी हो गया है। फरवरी में विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक और नीति आयोग के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी परमेश्वर अय्यर ने झांसी में जल जीवन मिशन का ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर जायजा लिया था और ग्रामीण महिलाओं से बातचीत की थी। उन्होंने इस योजना के कार्यान्वयन की तारीफ की थी।

पर्यटन, कृषि और उद्यमिता पर फोकस

बुंदेलखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश की पर्यटन नीति में बुंदेलखंड पर अलग से फोकस किया गया है। इस क्षेत्र के 31 छोटे-बड़े किलों को पीपीपी मॉडल पर पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करने के लिए यूपी सरकार ने परियोजना को मंजूरी देकर इस पर काम शुरू कर दिया है। गौ आधारित प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने बुंदेलखंड को चयनित किया है और सभी सातों जिलों के 47 विकास खण्डों में 470 समूह तैयार कर इस खेती पर काम शुरू किया जा रहा है। खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में बुंदेलखंड की स्थानीय उपज को ध्यान में रखते हुए हर जिले में बड़ी संख्या में प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना करने के साथ ही एफपीओ के माध्यम से भी कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है।

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