देहरादून: आय से अधिक संपत्ति के मामले में सतर्कता विभाग (Vigilance Department) ने यहां एक निलंबित आईएएस अधिकारी (IAS officer) को गिरफ्तार किया है। अतिरिक्त सचिव के रूप में कार्यरत आईएएस अधिकारी (IAS officer) रामविलास यादव को उनके खिलाफ चल रही है। जांच में सतर्कता विभाग के साथ सहयोग नहीं करने के लिए बुधवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सतर्कता) अमित सिन्हा ने कहा कि यादव को देर रात करीब दो बजे गिरफ्तार किया गया क्योंकि लंबी पूछताछ के बाद उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत मिले थे। सिन्हा ने कहा कि पूछताछ के दौरान उनके जवाब संतोषजनक नहीं थे। उन्होंने कहा, हमें यादव के पास संपत्ति के बारे में जानकारी मिली थी जो मई में उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से 522 प्रतिशत अधिक थी।
अधिकारी ने कहा, हमें जांच के दौरान भ्रष्टाचार में शामिल होने के कई दस्तावेज और सबूत मिले, जिसके आधार पर हमने उनके आवासों पर छापा मारा और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया। यादव न तो संतोषजनक जवाब दे सके और न ही लखनऊ के दिलकाश विहार, गुडंबा के एक स्कूल, नोएडा में खरीदी गई जमीन की रजिस्ट्री, गाजीपुर जिले में खरीदी गई 10 बीघा जमीन और उनकी जमा राशि में रखी गई संपत्ति के संबंध में कोई रिकॉर्ड नहीं दे सके।
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सिन्हा ने कहा कि उपलब्ध दस्तावेजों और रिकॉर्ड के अनुसार, उनकी कुल आय 50,48,204 रुपये है, जबकि उनका खर्च 3,12,37,756 रुपये है, जो उनकी कमाई के अनुपात से पूरी तरह से बाहर है। यादव ने गिरफ्तारी से बचने के लिए उत्तराखंड उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन अदालत ने उन्हें कोई राहत नहीं दी और विजिलेंस के समक्ष अपना बयान दर्ज कराने को कहा।